डाक्टर हसन रूहानी ने बुधवार को मंत्रीमण्डल की बैठक में हज़रत अली अलैहिस्सलाम के शुभ जन्म दिवस के आगमन पर बधाई दी। ईरान के राष्ट्रपति ने कहा कि हमने जेसीपीओए पर हस्ताक्षर करके उसका सही ढंग से पालन किया। उन्होंने कहा कि हम अपने वचनों पर अभी भी कटिबद्ध हैं जबकि अमरीका ने कभी भी अपने वचनों का शत-प्रतिशत पालन नहीं किया। यह काम दूसरे पक्षों ने भी किया जबकि ईरान ने पूरी तरह से वादों को पूरा किया।
हसन रूहानी ने स्पष्ट किया कि हम अब भी जेसीपीओए को मज़बूत देखना चाहते हैं। उनका कहना था कि हम अब ऐसी परिस्थितियों में हैं, जिसमें परमाणु समझौते का आधार इसपर टिका है कि अमरीका, आर्थिक आतंकवाद को पूरी तरह से बंद कर दे। उसको अपने वचनों को पूरा करना चाहिए। पहले वाली सरकार तो समझौते से निकल गई और अब वह बाक़ी भी नहीं है किंतु वर्तमान अमरीकी सरकार को पता है कि पिछली सरकार ने ग़लती की है।
ईरान के राष्ट्रपति के अनुसार, यूरोपीय त्रिकोण हमारा क़र्जदार है। हमने 3 वर्षों तक सब्र से काम लिया, किंतु उन्होंने ईरान के लिए कोई भी काम नहीं किया। राष्ट्रपति रूहानी ने कहा कि मैंने एक यूरोपीय अधिकारी से कहा था कि इन 3 वर्षों के दौरान हमारा कम से कम 200 अरब डाॅलर का नुक़सान तो सीधे तौर पर हुआ जबकि परोक्ष रूप में हमारा कई सौ अरब डाॅलर का नुक़सान हो चुका है।